Type Here to Get Search Results !

सतगुरु: जीवन की अनमोल ज्योति और आत्मा का सच्चा मार्गदर्शक

 

सतगुरु: जीवन की अनमोल ज्योति और आत्मा का सच्चा मार्गदर्शक (संत निरंकारी मिशन के संदर्भ में)

सतगुरु क्या है?

"सतगुरु" शब्द दो शब्दों के मेल से बना है: ‘सत्’ अर्थात सत्य, और ‘गुरु’ अर्थात अंधकार को दूर करने वाला, मार्ग दिखाने वाला। इस प्रकार, सतगुरु का अर्थ है - सत्य का ज्ञान कराने वाला, अज्ञान के अंधकार को मिटाकर आत्मा को परमात्मा के प्रकाश की ओर ले जाने वाला मार्गदर्शक।

संत निरंकारी मिशन के अनुसार, सतगुरु कोई साधारण शिक्षक या उपदेशक मात्र नहीं हैं। वे स्वयं में सत्य के, उस एक निराकार परमात्मा (निरंकार) के प्रत्यक्ष बोध का स्रोत होते हैं। वे केवल शास्त्रों का ज्ञान नहीं देते, बल्कि अपनी कृपा दृष्टि से जिज्ञासु के हृदय में उस परम सत्य, उस एक निरंकार ईश्वर का अनुभव करा देते हैं, जिसे ‘ब्रह्मज्ञान’ कहा जाता है। सतगुरु समय के पैगंबर होते हैं, जो वर्तमान युग में भटकती हुई मानवता को सत्य का सीधा, सरल और अनुभवजन्य मार्ग दिखाते हैं।

जीवन में सतगुरु की भूमिका क्यों अनमोल है?

मानव जीवन अनमोल है, पर अक्सर यह दिशाहीन हो जाता है। हम भौतिक सुखों, इच्छाओं, अहंकार और भ्रम (माया) के जाल में उलझकर अपने वास्तविक स्वरूप और जीवन के परम उद्देश्य को भूल जाते हैं। यहीं पर सतगुरु की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण और अनमोल हो जाती है:

  1. ब्रह्मज्ञान के दाता: सतगुरु की सबसे अनमोल देन है 'ब्रह्मज्ञान'। संत निरंकारी मिशन का मूल आधार यही है कि वर्तमान सतगुरु की कृपा से ही इस निराकार परमात्मा का तात्कालिक, प्रत्यक्ष बोध संभव है। यह ज्ञान केवल बौद्धिक नहीं, बल्कि एक जीवंत अनुभव होता है, जो जीवन की दिशा बदल देता है।

  2. अज्ञान और भ्रम का नाश: सतगुरु हमारे मन में सदियों से जमे अज्ञान, अंधविश्वास और भ्रम के अंधकार को अपने ज्ञान के प्रकाश से दूर करते हैं। वे हमें माया के प्रभाव से बचाते हैं और सत्य-असत्य का विवेक प्रदान करते हैं।

  3. आत्मा को परमात्मा से जोड़ना: हमारी आत्मा उस परमात्मा का ही अंश है, लेकिन अज्ञानतावश हम खुद को शरीर मानकर उससे अलग महसूस करते हैं। सतगुरु इस दूरी को मिटाकर आत्मा का परमात्मा (निरंकार) से सीधा संबंध स्थापित करवाते हैं।

  4. सही जीवन दिशा: सतगुरु हमें सिखाते हैं कि संसार में रहते हुए भी इससे निर्लिप्त कैसे रहा जाए। वे हमें प्रेम, विनम्रता, सहनशीलता, सेवा और परोपकार जैसे मानवीय गुणों को अपनाकर सार्थक जीवन जीने की कला सिखाते हैं।

  5. स्थिरता और शांति: जीवन के उतार-चढ़ाव में सतगुरु एक लंगर की तरह होते हैं। उनकी शरण में हमें मानसिक शांति, स्थिरता और हर परिस्थिति का सामना करने की शक्ति मिलती है।

बिना सतगुरु के आत्मा की दिशा कैसे भटकती है?

कल्पना कीजिए एक जहाज की, जिसका कोई कप्तान न हो, या एक यात्री की, जिसके पास कोई नक्शा या दिशा सूचक यंत्र न हो। बिना सतगुरु के आत्मा की स्थिति कुछ ऐसी ही होती है:

  1. माया का प्रभुत्व: सतगुरु के मार्गदर्शन के बिना, व्यक्ति पूरी तरह से माया के अधीन हो जाता है। इंद्रियों के सुख, धन-दौलत का लालच, मान-सम्मान की इच्छा, और अहंकार उसे भटकाते रहते हैं। वह क्षणिक सुखों को ही जीवन का लक्ष्य मान लेता है।

  2. अज्ञानता और भ्रम: वह अपने वास्तविक स्वरूप (आत्मा) को भूलकर शरीर और मन को ही सब कुछ समझ बैठता है। जीवन के उद्देश्य, जन्म-मृत्यु के रहस्य आदि प्रश्नों के उत्तर उसे नहीं मिलते और वह भ्रमित रहता है।

  3. दिशाहीनता: उसे पता नहीं होता कि जीवन की यात्रा किस ओर करनी है। वह बाहरी दुनिया में भटकता रहता है, जबकि असली खजाना (परमात्मा) उसके भीतर ही मौजूद होता है, जिसे केवल सतगुरु की कृपा से ही पाया जा सकता है।

  4. कर्मकांडों में उलझाव: सत्य के प्रत्यक्ष बोध के अभाव में, आत्मा अक्सर बाहरी कर्मकांडों, रीति-रिवाजों और पूजा-पाठ के आडंबरों में उलझ जाती है, जो उसे मूल तत्व (निरंकार) से दूर कर देते हैं।

  5. अशांति और भय: परमात्मा से दूरी के कारण मन में हमेशा एक प्रकार की अशांति, असुरक्षा और भय बना रहता है।

संत निरंकारी मिशन का स्पष्ट संदेश है कि जैसे हर युग में प्रकाश के लिए सूर्य आवश्यक है, वैसे ही आत्मिक जागृति और परमात्मा (निरंकार) के बोध के लिए समय के सतगुरु की शरण अनिवार्य है। सतगुरु ही वह कड़ी हैं जो भटकी हुई आत्मा को उसके मूल स्रोत, निरंकार प्रभु से जोड़कर उसे सच्चा आनंद, मुक्ति और सार्थकता प्रदान करते हैं। उनकी भूमिका केवल मार्गदर्शक की नहीं, बल्कि आत्मा के उद्धारक की है, इसीलिए जीवन में उनका स्थान अनमोल और सर्वोपरि है। 


#SantNirankariMission #Satsang #SpiritualAwakening #SatguruKripa #ServiceSimranSatsang #SantKiSeva #Nirankar #DivineWisdom #NoCriticismOnlyLove #धन_निरंकार_जी

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad

sewa