1 भजन,
सतगुरु की रहमत बरस रही है
सतगुरु की रहमत बरस रही है,
खुशियों की बरसात बने होली।
मनाओ खुशियां, मनाओ होली,
सतगुरु के चरणों में डूब जाओ।
अंतर के आंगन में रंग भर दो,
सतगुरु के नाम का रसिया घोलो।
मिट जाए सभी मन के मैल,
सतगुरु की महिमा गाओ होली।
सतगुरु की छाँव में मस्त रहो,
उनके बिना कुछ भी नहीं है।
खुशियों का संगीत बजाओ,
सतगुरु के प्रेम में नाचो होली।
सतगुरु की कृपा से जगमगाओ,
उनके बिना जीवन अधूरा है।
मन के सारे बंधन तोड़ दो,
सतगुरु के चरणों में झूक जाओ।
सतगुरु की रहमत बरस रही है,
खुशियों की बरसात बने होली।
मनाओ खुशियां, मनाओ होली,
सतगुरु के चरणों में डूब जाओ।
सतगुरु की रहमत बरस रही है,
खुशियों की बरसात बने होली।
मनाओ खुशियां, मनाओ होली,
सतगुरु के चरणों में डूब जाओ।
अंतर के आंगन में रंग भर दो,
सतगुरु के नाम का रसिया घोलो।
मिट जाए सभी मन के मैल,
सतगुरु की महिमा गाओ होली।
सतगुरु की छाँव में मस्त रहो,
उनके बिना कुछ भी नहीं है।
खुशियों का संगीत बजाओ,
सतगुरु के प्रेम में नाचो होली।
सतगुरु की कृपा से जगमगाओ,
उनके बिना जीवन अधूरा है।
मन के सारे बंधन तोड़ दो,
सतगुरु के चरणों में झूक जाओ।
सतगुरु की रहमत बरस रही है,
खुशियों की बरसात बने होली।
मनाओ खुशियां, मनाओ होली,
सतगुरु के चरणों में डूब जाओ।