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जो किसानों की बात करेगा वह प्रदेश में राज करेगा

 नमस्कार दोस्तों आज जिस तरीके से किसान आंदोलन की आवाजें उठ रही है उससे एक बात तो सत्य है, किसान अपनी एकता की पहचान कर चुका है, और अपनी आवाज को उठाने के लिए उसने शांति का जो मार्ग चुना है वह वास्तव में बहुत ही सराहनीय है, किसान सरकार को बताना चाहते हैं कि यह कानून उनके लिए ठीक नहीं है, हम लगातार समाचार पत्र समाचार टीवी पर देखते नजर आते हैं किसान अपनी आवाज को बहुत ही सरल भाव में रख रहे हैं, जिस तरीके से महंगाई बढ़ती जा रही है और अगर यही हाल आगे भी रहा और हमारा अनाज बड़ी-बड़ी कंपनियों के पास पहुंच गया जिस तरीके से आज सरसों के तेल के दाम बढ़ते नजर आ रहे हैं, और उसके रोकथाम के लिए कोई भी प्रयास नहीं किया जा रहा है इसी तरीके से गेहूं के दाम बढ़ेंगे, दाल के दाम बढ़ेंगे धीरे-धीरे महंगाई बढ़ती चली जाएगी, किसान आंदोलन आवाज को उस गरीब जनता के लिए उठा रहा है, जो आज सस्ता अनाज लेकर अपने परिवार का पेट पाल रहा है करो ना काल में सभी जानते हैं कि महंगाई किस तरीके से बनती है, और कमाई का नामोनिशान तक नहीं है, कहीं ना कहीं सरकार इस कानून को सही रूप से समझा नहीं पा रही है किसानों को, और कहीं ना कहीं किसान अधिक महंगाई ना हो जाए और उनकी जमीनों को कोई कब्जा ना कर ले इस तरह की भ्रांतियां देखी जा रही जिस पर सरकार को आगे आकर किसानों को समझाना जाए इस तरीके से फायदेमंद होंगे, अन्यथा यह भ्रांतियां चलती रहेंगी, और यह आंदोलन विधानसभा चुनाव तक पहुंच जाएगा जिस तरीके से पश्चिम बंगाल के अंदर किसान अपनी आवाज को उठाने के लिए सड़कों पर गुजरता हुआ देखा गया, एक बात तो सत्य है जिन लोगों ने इनकी आवाज को सुना और दिल में इनको जगा दी, क्योंकि जिस तरीके से महंगाई बढ़ती जा रही है, और किसान कह रहा है महंगाई और बढ़ जाएगी, इसी डर की वजह से किसानों का समर्थन भी हो रहा है और देखा जा रहा है धीरे-धीरे बहुत बड़ी संख्या में किसान आंदोलन से अब आम जनता भी जुड़ने लगी है, क्योंकि किसान जिस तरीके से अपनी आवाज को  उठा रहा है एक छोटे से इलाके में बैठकर अपनी आवाज के द्वारा सरकार से फरियाद कर रहा है हमें यह कानून नहीं चाहिए, हमें msp  चाहिए, अब देखना यह है क्या किसान की आवाज को कितना सुना जाता है क्योंकि जैसे जैसे किसान आंदोलन पड़ेगा वैसे वैसे जनता के बीच किसानों का दर्द जागृत होता चला जाएगा और जिससे जनता किसानों की आवाज को सुनने लगेगी और आने वाले 5 राज्यों में एक प्रचार का एक नया माध्यम उत्पन्न हो जाएगा जो किसानों की बात करेगा वह प्रदेश में राज करेगा इस तरह की बातें होने लगी दोस्तों यह मेरे मन के विचार थे जो मैं आपके सामने था अगर आपको अच्छा लगा हो तो हमें सब्सक्राइब करें

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