टीवी मत देखो जी रवीश कुमार जी बोला करते बहुत अच्छे लगते हैं लेकिन आज देखा जाए तो कहीं न कहीं सरकार के वह चमचे चाटुकार भी यही चीज देखने को मिल रही है, लोगों को अब शक होने लगा है कि लोग ऐसा क्यों बोल रहे हैं,
जब टीवी देखा तो सरकार की नाकामियों का एक बहुत बड़ा जखीरा देखने को मिल रहा है,
जिस समय देश को सुरक्षित करने का समय था उस समय देश में रैलियों का अंबार लगाया जा रहा था और देखा जा रहा था दीदी और दीदी कैसी हो दीदी कहां हो दीदी यही चीज सब के कानों में गूंज रही जिस तरीके से बंगाल की धरती पर अब करो ना बहुत तेजी से फैलने लगा है उसका सबसे बड़ा गुनाहगार कौन हो सकता है