आज की तौर पर देखा जाए तो पहली बार मोदी सरकार में किसान अपनी ताकत को दिखाते हुए नजर आ रहे हैं और जिसकी रफ्तार अब तेजी से बढ़ती जा रही है और अब हर तरफ से किसानों को मिल रहा समर्थन कोई किसानों के लिए खाना कोई किसानों के लिए चाय लेकर आ रहा है जिसको देखकर ऐसा लगता है अन् उगाने वाला किसान अब सब सबके दिलों का चहेता बन चुका है जिसकी वजह से देखा जाए किसान और किसानों के बेटे बेटियां और उनके परिवार के सदस्य खेतों में काम करते हुए नजर आ रहे हैं और किसान अपने साथियों के साथ अपनी कमाई भी पूंजी को बचाने के लिए लगातार सड़कों पर धरना प्रदर्शन दे रहे हैं 146 दिन से लगातार किसान अपनी आवाज उठा रहे हैं लेकिन वहीं पर धोखेबाज मीडिया जो मीडिया किसानों को लगातार एक विरोधी के रूप में देख रही है और मीडिया के दलाल अपनी आवाज को और मजबूत करने के चक्कर में इधर उधर भटक रहे हैं लेकिन किसान तक से बात नहीं हो रहे हैं जिसकी वजह से गोदी मीडिया बहुत ज्यादा परेशान हो चुकी है क्योंकि कई कई घंटे उनको आंदोलन में और ही चहल-पहल नजर रखनी पड़ती है और उनके द्वारा किया गया उस कार्य को जिसमें उन्होंने ऐसे कानून बना दिए हैं जो किसानों को बिल्कुल भी पसंद नहीं है फिर भी देखा जाए किसान अपनी आवाज को उठाना जान चुका है और जैसे-जैसे समय बीता जा रहा है दूर-दूर से दिल्ली की तरफ कूच करने लगा है जिससे एक बात तो तय हो गई है कि किसान अपने हक की आवाज को उठाकर और मनवा कर ही वापस जाएगा और वहीं पर किसानों की महिलाएं बेटियां खेतों का काम देख रही हैं और हो ऐसा हो सकता है अगर यह अन्नदाता अपनी आवाज को उठाना जानता है तो वास्तव में पूरे देश के लिए एक ऐसी परिभाषा बन जाएंगे जहां पर अन्याय को चाहने वाले और अन्याय को अपने ऊपर होने वालों के लिए बहुत बड़ी छाप छोड़ जाएंगे किसान किसान और किसान जो सबके लिए एक ऐसा प्रदर्शित होता दिखता है कि एक छोटी सी होती होगी कंधे पर रुमाल होगा और बस काम करता हुआ एक किसान अब किसानों ने जो जमीन है उनके पास में अगर उन जमीनों को बड़े का शिकार यानी की बड़ी कंपनियां खरीद लेंगे तो यह भूखमरी के कगार पर पहुंच जाएंगे जिस को बचाने के लिए पूरी तरीके से किसान अपनी आवाज को उठा रहा है जय जवान जय किसान