नमस्कार दोस्तों
किसान अपनी मांगों को मनवाने के लिए लगातार दिल्ली की दहलीज पर खड़ा है. पूरे देश का पेट पालने वाले किसान आज अपनी राजधानी में घुसने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. जिस प्रकार देखा जाए लगातार विपक्ष अपनी भूमिका को शांत रूप से प्रकट कर रहा है, जिसकी वजह यही है कि कहीं सत्ता पक्ष उसको एक राजनीतिक पहलू ना बना दे, क्योंकि देखा जा रहा है जितनी भी मीडिया है वह सब किसानों को बुरा भला बोल रही है, जबकि खेत में किसान काम करके इन मीडिया कर्मियों का पेट पाल रहा होता है.
लेकिन आज यही मीडिया यह सवाल कर रही है किसानों को बरगला रहा है, लेकिन किसानों की संख्या लगातार बढ़ रही है जिसको देखकर विपक्ष अपनी आवाज को ट्विटर पर बढ़ाने लगा जहां पर देखा जाए अखिलेश यादव अपनी आवाज के साथ बोलते नजर आ रहे हैं रात उनकी कर दी काली जिन्होंने पूरे देश की पेट को पाल रखा है
अखिलेश यादव जी का ट्वीट कुछ ऐसा ही बता रहा है कि कहीं ना कहीं किसान बेसहारा नहीं है और अपनी आवाज को उठाना जानता है पहले भी इसी तरीके से आवाज उठाई जा चुकी है और सरकार को झुकना पड़ा है लेकिन अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या सरकार इनकी मांगों को पूरा करती है या इनको भी औरों की तरह जिस तरह शिक्षामित्र अनुदेशक बेरोजगार को आश्वासन देकर छोड़ दिया गया है
वहीं पर राकेश टिकैत अपने ट्विटर पर लगातार अपडेट कर रहे हैं. जहां पर बताया जा रहा है कि आज तीसरा दिन हो चुका है वह गाजीपुर के बॉर्डर पर अपने मोर्चा को संभालते हुए लगातार आप इन फोटो को देख रहे हैं
जो लगातार वहां से आ रहे हैं जिससे एक चीज महसूस जरूर हो रहे हैं उत्तर प्रदेश का किसान इस बड़े आंदोलन में बड़ी भागीदारी निभाने के लिए पूरी तरीके से तैयार हो चुका है, और धीरे-धीरे अब हर जगह से किसान धरती पर उतर रहा है खेतों को छोड़कर सड़कों पर उतर रहा है हल को छोड़कर अब तक ट्रैक्टर ट्रॉली में भर भर कर सड़क पर उतर रहा है ऐसा लगता है कि राकेश प्रजापत जो है अपनी पूरी टीम को पूरी तरीके से आवान कर चुके हैं कि सड़कों पर उतर जाइए।
सबसे बड़ा रोचक होने जा रहा है कि सरकार की तरफ से होने वाले मीटिंग क्या निर्णय आएंगे जिस मीटिंग का सही रूप से पता नहीं चल पाएगी हम आपको किसानों की हो रही अपडेट को बताते रहेंगे आप हमें फॉलो कीजिएगा