घर में सुख-शांति, आपसी तालमेल और प्रेम का वातावरण बनाए रखने में वास्तु की दिशाएँ महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। पति-पत्नी के रिश्ते में मधुरता और पूरे परिवार में एकजुटता के लिए एक विशेष दिशा और वहाँ सही प्रकार की पेंटिंग या पोस्ट का उपयोग अत्यंत शुभ माना जाता है।
परिवारिक सद्भाव के लिए सबसे शुभ दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, परिवारिक रिश्तों में स्थिरता, विश्वास और गहराई लाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण दिशा दक्षिण-पश्चिम (South-West - नैऋत्य कोण) है।
यह दिशा पृथ्वी तत्व का प्रतिनिधित्व करती है, जो रिश्ते में मजबूती, स्थायित्व और प्रतिबद्धता (Commitment) का प्रतीक है। जब यह दिशा संतुलित होती है, तो घर के सदस्यों के बीच विश्वास और सहयोग का भाव प्रबल होता है।
कौन सी पेंटिंग या पोस्ट लगानी चाहिए?
पारिवारिक एकता और मेल-जोल को बढ़ाने के लिए आप निम्नलिखित पोस्ट या पेंटिंग को दक्षिण-पश्चिम दिशा की दीवार पर लगा सकते हैं:
पति-पत्नी की मुस्कुराती हुई तस्वीर: अपनी और अपने जीवनसाथी की सबसे खुशहाल, मुस्कुराती हुई तस्वीर को इस दिशा में लगाने से आपके रिश्ते में प्रेम और मिठास बनी रहती है। यह अतीत की प्यारी यादों को जीवंत रखती है।
पूरे परिवार की एकजुट तस्वीर (Family Photo): पूरे परिवार की ऐसी तस्वीर जिसमें सभी सदस्य खुश दिख रहे हों और एक साथ खड़े हों, उसे यहाँ लगाना चाहिए। इससे परिवार के सदस्यों के बीच एक-दूसरे के प्रति अच्छी समझ विकसित होती है और पारिवारिक एकता (Family Unity) बनी रहती है।
पहाड़ों या घने पेड़ों की पेंटिंग: यह दिशा स्थिरता की है। इस दिशा में ऊँचे पहाड़ों (Mountains) या घने, हरे-भरे पेड़ों (Family Tree) की पेंटिंग लगाने से जीवन में स्थिरता आती है और परिवार के सदस्यों के बीच संतुलन बना रहता है।
राधा-कृष्ण या शिव-पार्वती की तस्वीर (बेडरूम के लिए): यदि आप बेडरूम में लगाना चाहते हैं, तो पति-पत्नी को अपने संबंधों में प्रेम और सामंजस्य बढ़ाने के लिए राधा-कृष्ण (प्रेम का प्रतीक) या शिव-पार्वती (स्थिरता और विश्वास का प्रतीक) की तस्वीर उत्तर (North) दिशा की दीवार पर लगानी चाहिए।
वास्तु के अनुसार क्या न करें?
जल तत्व वाली पेंटिंग से बचें: दक्षिण-पश्चिम दिशा पृथ्वी तत्व की है, इसलिए यहाँ बहते पानी, झरनों (Waterfalls) या अत्यधिक नीले रंग वाली पेंटिंग न लगाएँ।
उग्र या अकेली तस्वीरें: बेडरूम में माँ दुर्गा की उग्र तस्वीरें, हनुमान जी की तस्वीर, या किसी भी भगवान की तपस्या/ध्यान मुद्रा वाली तस्वीर लगाने से बचें, क्योंकि ये शांति भंग कर सकती हैं और तनाव बढ़ा सकती हैं।
इन उपायों को अपनाकर आप न केवल घर के वास्तु को संतुलित कर सकते हैं, बल्कि अपने पारिवारिक जीवन को भी प्रेम और सद्भाव से भर सकते हैं।