नमस्कार दोस्तों आज परिवारों में युवाओं की संख्या ऐसी युवाओं की संख्या जो कहीं ना कहीं किसी रोजगार की तलाश में अपने घर परिवार से रोज सुबह निकलते हैं बैग लेकर और उसके बाद रात को जब खाली हाथ पहुंचते हैं निराशा भरी आंखों को लेकर फिर उनके दिलो-दिमाग में केवल एक ही बात पूछती रहती है क्या हम बेरोजगार ही रहेंगे बेरोजगारी की यह मंजर कब तक ऐसे रहेगा जब हमारे नेता कपड़ों में उलझ कर रह गए हैं कोई लाल टोपी कह रहा है कोई काले कोट पहनने से मना कर रहा है अब बताइए क्या करें जबकि इन नेताओं के बच्चे और भाई परिवार के सदस्य हैं बहुत ही अच्छी तरीके से जीवन को व्यतीत कर रहे हैं फिर हम ऐसा क्यों नहीं सोचते कि इन नेताओं को हमारे बच्चों के लिए भी कुछ सोचना चाहिए लेकिन कोई सोचने वाला नहीं है सबको आने वाले चुनाव में अपने बीवी बच्चों को चुनाव लड़ना है और हम अंध भक्तों की तरह इनको वोट दे देंगे और यह लोग पेंशन के अधिकारी हो जाइए इनको पेंशन भी मिलनी शुरू हो जाएगी अब आप खुद सोचेगा क्या हम इस संसार में एक ऐसे देश से आते हैं जहां पर हिंदू मुस्लिम भाई भाई के नाम की चर्चा ज्यादा होती है लेकिन आज जो भी देखे हैं वह केवल एक ही बात कर रहा है हिंदू मुसलमान मुसलमान हिंदू बेचारे कभी-कभी क्रिश्चियन भी आ जाते हैं इनकी की लाइन में जनता को आज समझना है कि हमारा फायदा कहां पर है क्योंकि जितने भी नेता है सब अपनी जिंदगी को बहुत बेहतरीन तरीके से जी रहे हैं जो आप लोगों के लिए आपके बच्चों के लिए आपकी युवाओं के लिए नौकरी की तलाश नौकरी के बढ़ाओ देगा उसको ही आप आगे लेकर आई है क्योंकि मानसिक रूप से परेशान हो चुके हैं युवा उनको नौकरी ना मिलना वह अवसाद में जा रहे हैं को रोकना होगा जब आप वोट डालने के लिए जाएं दिमाग से हिंदू मुसलमान को बुलाकर जाए हम रोजगार युवाओं को देश के आने वाले समय में आर्थिक तंगी से जूझ रहे परिवारों को सहायता दे सकें