नमस्कार दोस्तों
सहारनपुर के एक गांव में आज जाने का मौका मिला बीच में बहुत सारे गांव पड़े,
जिस भी गांव से गुजर रहा था, उस गांव से गुजरते होता अपने आपको ऐसा महसूस हो रहा था, कि मेरे से बड़ा करो ना से डरने वाला कोई नहीं है,
सहारनपुर का सलेम भूकड़ी गांव जब गुजर रहा था बहुत सारे मुस्लिम परिवार बहुत सारे हिंदू परिवार दुकानों में घर के बाहर गांव के चौराहे पर बिना मास्क लगाए चर्चाएं कर कर रहे थे।
जिसको देखकर ऐसा लग रहा था, मानो कोरो ना केवल शहर में ही घूम रहा हो।
उसके बाद एक और गांव आया जिसका नाम तेलीपुरा था वहां पर भी यही हाल देखने को मिला इसको देखकर ऐसा लग रहा था, कि अगर इन शब्दों में कोई फाल्ट निकल गया , वायरस से पीड़ित होता हुआ नजर आ गया तो जिस तरीके से गांव के अंदर इधर से उधर घूम रही है बिना किसी भी सावधानी के उसको देखकर तो ऐसा ही लगता है अगर कोई बीमार होगा तो सरकार जिम्मेदार होगी लेकिन यही लोग अपनी जिम्मेदारियां भूलते जा रहे हैं, पुलिस इन को रोकती है तो जनता बोलती है घोर अन्याय हो रहा है जनता के साथ लेकिन देखा जाए पुलिस वाले भी लगातार हम लोगों को सुरक्षित के अंदर रहने की सलाह देते हुए नजर आ रहे हैं उसके बाद भी फिर भी बहुत सारे लोग घर के बाहर बेमतलब बेफिजूल झाड़ते नजर आ रहे हैं
इन दोनों गांव के अंदर माक्सम मत लगाना जैसे अभिशाप है
तो हाथ जोड़कर सभी जनता से निवेदन है मैं अपने घर रहिए मार्क्स का इस्तेमाल कीजिए हाथों को धोते रहिए