नमस्कार दोस्तों मैं अवधेश मेरी आवाज इस समय आपके सामने है
जिस तरीके से शिक्षामित्र लगातार अपनी आवाज को ट्विटर के माध्यम से उठा रहे हैं यह बहुत
ज्यादा सराहनीय है क्योंकि कहीं ना कहीं अपनी आर्थिक स्थिति से गुजरते गुजरते इन्होंने नई
टेक्नोलॉजी को भी अपनाना शुरू कर दिया जिसकी वजह से यह अपनी बात को सीधे और मंत्रियों
तक कहने लगे जिन्होंने इनको वादे किए थे,
अब देखा जाए कि 10000 शिक्षा मित्र के पास इतनी बड़ी मात्रा में वेतन नहीं आता है कभी-कभी 2
महीने बाद 3 महीने बाद इस तरीके से भी वेतन विलंब हो जाता है जिसकी वजह से शिक्षामित्रों को
उधार ही सामान उठाना पड़ता है लेकिन जैसे ही आवेदन आता है उधार चुकाने में चला जाता है
छोटी सी बात है,
लेकिन इनकी सबसे बड़ी विडंबना की है कि स्कूल के अंदर भी लगातार एक शिक्षक के रूप में
कार्य कर रहे हैं पूरी योग्यता रखते हैं पूरा अनुभव रखते हैं उसके बावजूद भी इनका वेतन मात्र
₹10000 है जिसकी वजह से ऐसा देखा जा रहा है कि शिक्षामित्र बहुत ज्यादा निराश हो चुका है
जिस तरीके से वर्तमान सरकार ने सभी किए हुए वादों को पूरा करने का प्रयास किया है वहीं पर
शिक्षामित्र को किया हुआ वादा 3 महीनों से 4 बरस तक का समय ले चुका है लेकिन फिर भी शिक्षामित्र
अपनी आवाज को सरल भाव में ही कहना चाहता है
मैं भी सरकार से यही विनती करूंगा कि इनकी समस्या का जल्द निदान कीजिए उम्मीदें और आशा
बहुत रखी है शिक्षामित्रों ने सरकार के प्रति